शब्द की महिमा
शब्द एक अमर और अविनाशी जीवनधारा है। जिसने सारे ब्रह्माण्ड की रचना की है। ना तो इसका कोई आदि है, ना अंत। शब्द हर प्रकार के भय से रहित एक ऐसी स्वयंभू व सर्वशक्तिमान सत्ता है जो अपने संपर्क में आने वाली जीवात्मा को अभयदान देता है। समय…
सभी धर्मों में अनहद शब्द
संसार के सभी महान धर्मो में शब्दधुन का उल्लेख है। सभी धर्मो के महान संतों ने अपनी वाणियों में इसका वर्णन किया है। ब्राह्मी और खरोष्ठी दोनों लिपियों के अर्न्तगत आने वाली लगभग सभी भाषाओं में शब्दधुन का वर्णन मिलता है। सुमेरियन, एकेडियन, हिब्रू, ग्रीक, लेटिन, अंग्रेजी, चाइनीज़,…