केंद्र की यह उत्कृष्ट परिभाषा है जहां शून्यता होती है, गति हीनता होती है, स्थिरता होती है और ध्यान ही एकमात्र उपाय हैं केंद्र में जाने का। अति उत्तम आचार्य जी।
केंद्र की यह उत्कृष्ट परिभाषा है जहां शून्यता होती है, गति हीनता होती है, स्थिरता होती है और ध्यान ही एकमात्र उपाय हैं केंद्र में जाने का। अति उत्तम आचार्य जी।
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केंद्र की यह उत्कृष्ट परिभाषा है जहां शून्यता होती है, गति हीनता होती है, स्थिरता होती है और ध्यान ही एकमात्र उपाय हैं केंद्र में जाने का। अति उत्तम आचार्य जी।
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